आज हमारे प्रिय नेता जगजीवनराम जी की सालगिरह है। इनके स्कूली दिनों मे एक घड़ा हिंदू का होता था पानी पीने के लिए। और एक मुसलमान के लिए होता था। जब ये स्कूल में पढ़ने गए तो एक मटका और रख दिया गया। यह मटका था- अछूत का मटका। इन्होंने इस मटके को तोड़ दिया। और यहीं से शुरू किया इन्होंने सामाजिक समानता का संघर्ष । भारतीय लोकतंत्र में सबसे ज्यादा समय तक केन्द्रीय मंत्री पद सुशोभित करनेवाले को नमन।
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