राम से जगजीवन राम तक को नमन करने का अवसर इस सप्ताह में मिला ।
१ अप्रेल को पूरे देश ने राम नवमी मना कर मर्यादा पुरुषोतम राम को नमन
किया ।जैन धर्म के प्रवर्तक भगवान महावीर के जन्म दिन को मनाने के साथ
साथ पवन पुत्र हनुमान की जयंती भी मनाई गई। दलित आन्दोलन के शीर्ष
नेता बाबू जगजीवन राम को भी शिद्दत के साथ याद किया गया । भारत की
दूसरी बार क्रिकेट का विश्व कप जीतने की वर्षगांठ भी मनी।देश में भ्रष्टाचार
के विरुद्ध अन्ना हजारे की शुरू की गई मुहिम को भी एक पूरा वर्ष हो गया ।
जन लोक पाल बिल पास नहीं हो सका पर जन आन्दोलन तो बन ही गया ।
अप्रेल फूल बनाने का मौका भी खूब मिला ,कुछ फूल बने कुछ ने लोगो को
फूल बनाया ।पंडित सुरेश नीरव ने इस अवसर का भरपूर प्रयोग किया और
सभी को नमन के साथ साथ भाभी जी की ख़ूबसूरती का सदुपयोग कर हास्य
कविता भी लिख डाली ।कई पुस्तकों की भूमिका लिख कर अपनी विद्ता को
प्रमाणित किया ।प्रकाश प्रलय की शब्दिकाये ,अरविन्द पथिक की कविता
और प्रशांत योगी जी की टिप्पणी अच्छी लगी ।सभी को नमन
१ अप्रेल को पूरे देश ने राम नवमी मना कर मर्यादा पुरुषोतम राम को नमन
किया ।जैन धर्म के प्रवर्तक भगवान महावीर के जन्म दिन को मनाने के साथ
साथ पवन पुत्र हनुमान की जयंती भी मनाई गई। दलित आन्दोलन के शीर्ष
नेता बाबू जगजीवन राम को भी शिद्दत के साथ याद किया गया । भारत की
दूसरी बार क्रिकेट का विश्व कप जीतने की वर्षगांठ भी मनी।देश में भ्रष्टाचार
के विरुद्ध अन्ना हजारे की शुरू की गई मुहिम को भी एक पूरा वर्ष हो गया ।
जन लोक पाल बिल पास नहीं हो सका पर जन आन्दोलन तो बन ही गया ।
अप्रेल फूल बनाने का मौका भी खूब मिला ,कुछ फूल बने कुछ ने लोगो को
फूल बनाया ।पंडित सुरेश नीरव ने इस अवसर का भरपूर प्रयोग किया और
सभी को नमन के साथ साथ भाभी जी की ख़ूबसूरती का सदुपयोग कर हास्य
कविता भी लिख डाली ।कई पुस्तकों की भूमिका लिख कर अपनी विद्ता को
प्रमाणित किया ।प्रकाश प्रलय की शब्दिकाये ,अरविन्द पथिक की कविता
और प्रशांत योगी जी की टिप्पणी अच्छी लगी ।सभी को नमन
रजनी कान्त राजू |
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