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Thursday, June 28, 2012

श्रीनगर में साहित्य की गंगा

हिमप्रभा का लोकार्पण करते पं.सुरेश नीरव व अन्य 

काव्य पाठ करते रजनी कान्त राजू 

अतिथि गृह के बाहर श्री नीरव व राजू 

लोकार्पण करते प्रो.अरूण,पथिक,एस.एस.रावत,नीरज नैथानी 
श्रीनगर  में साहित्य की गंगा का प्रवाह अलकनंदा के तट पर
हिमालय की वादियों में 25 जून से 27 जून तक होता रहा।
श्री हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय के अतिथि घर से
गोष्ठी कक्ष तक तत्पश्चात तीसरे केदार भगवान तुंगनाथ के
चरणों में 13000 फीट की ऊँचाई पर कड़कती ठंड में गढ़वाल
के सुप्रसिद्ध कवि श्री नीरज नैथानी की पुस्तकों का लोकार्पण
सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित
सुरेश नीरव द्वारा किया गया।इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
श्री रजनी कान्त राजू ,राष्ट्रीय सचिव श्री अरविन्द पथिक एवं
श्री पियूष चतुर्वेदी भी उपस्तिथ रहे।लोकार्पण  के साथ गढ़वाल
 के लोक कवि श्री नरेन्द्र सिंह नेगी की अध्यक्षता में एक विचार
गोष्ठी एवं कविसम्मेलन का आयोजन भी किया गया ।कार्यक्रम
के संयोजक प्रो.एस.एस.रावत ,डा.सरिता पंवार ,प्रो.उमा मैठाणी,
कवि श्री गणेश खुगशाल,प्रो.अरुण बहुगुणा विभागाध्यक्ष प्रौढ़ सतत
शिक्षा एवं प्रसार विभाग ने विचार रखे एवं अतिथियों का स्वागत
किया।डा.राकेश भट्ट  ने कार्यक्रम का सफल संचालन किया ।
कार्यक्रम की कुछ झलकिया प्रस्तुत कर रहा हूँ ।
                                                               रजनी कान्त राजू 

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