यह मंच आपका है आप ही इसकी गरिमा को बनाएंगे। किसी भी विवाद के जिम्मेदार भी आप होंगे, हम नहीं। बहरहाल विवाद की नौबत आने ही न दैं। अपने विचारों को ईमानदारी से आप अपने अपनों तक पहुंचाए और मस्त हो जाएं हमारी यही मंगल कामनाएं...
Search This Blog
Sunday, July 29, 2012
प्रलयजी धन्यवाद।
प्रलयजी धन्यवाद।
गालव ऋषि की तपोभूमि के महाकुंभ में
आपका स्वागत है।
मगर ये नई सदस्य मंजूजी कौन हैं।
मैं समझा नहीं।
क्या आपने ये नई सदस्य बनाई हैं। आप 11 अगस्त को पहुंच रहे हैं। शुभ समाचार है। साथ में कौन है। या फिर अकेले हैं। पंडित सुरेश नीरव
No comments:
Post a Comment