नीरव जी
नमन
भूल -चूक
लेना -देनी
कभी कभी
ऐसा भी हो जाता है ,
आपके ब्लॉग पर चला गया
हँस जी ,द्वारा मंजू ऋषि जी के स्वागत
मै बड़े अच्छे स्वागत शब्द लिखे थे .
इतने दिनों बाद हम भी स्वागत कर बेठे ;;;;;
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बात इतनी सी है
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गालव ऋषि के रूप मै आप को
पाकर धन्य हो गया गुरुदेव ;;;;;;
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जिस ट्रेन से हमारा आना तय है .
उसी ट्रेन से प्रख्यात गीतकारा डा।प्रेमलतानीलम दमोह जी
भी आ रहीं हैं ....
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प्रकाश प्रलय कटनी
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