शब्दिका
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संसद
न चलने की
कार्यवाही से
राज नेताओं का
चरित्र *
लोकतंत्र में खो गया .....
दूध का दूध
पानी का पानी हो गया ,,,,,, .................
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
प्रकाश प्रलय
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