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Friday, August 31, 2012

ब्रह्मरत्न सम्मान श्री नीरवजी को


 
ब्रह्मरत्न सम्मान से  आदरणीय पंडित सुरेश नीरवजी को कल 1 सितम्बर 2012 को   संवैधानिक हाल में , रफ़ी मार्ग नई दिल्ली पर, नवाजा जाएगा। बहुत-बहुत  बधाई। यह सिर्फ सरस्वती माँ का आशीर्वाद है और लोगों का स्नेह, लोग श्री नीरवजी के मुखारुविंदु से शब्दों की तराशी हुई वाणी जो कविता के रूप में मणिका बनकर स्वतः  उभरती है, को सुनते ही नहीं बल्कि ध्यानरूप से मनन करके अपने ह्रदय में सृजन करते हैं /उतारते हैं। सच तो यह है कि शब्द उनकी वाणीरुपी धागे में स्वतः ही पिरोकर ध्यानमणिका बन जाते हैं। यह उनको ईश्वरीय दैन है। पंडितजी को पहले भी ब्रह्मऋषि एवं शब्दऋषि की  उपाधि से अलंकृत किया जा चूका  है। यही नहीं उनको स्वर्णमुकुट से भी अलंकृत भगवान सिंह हंस द्वारा किया जा चूका है। इस दिव्य अलंकरण के लिए मैं उनको पुनः बधाई देता हूँ। मेरे शत शत नमन।
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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