संभावान पत्रिका
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एक साफ-सुथरी पत्रिका
मुझे अलीगढ़,मेरठ और सहारनपुर से तथा कुछ दिल्ली के पाठकों ने इस बात की
खबर टेलीफोन पर दी कि आपकी रचनाएं हमने आनंदविहार से ट्रू मीडिया नाम की एक
पत्रिका खरीदी है और उसमें पढ़ी है। कविताएं बहुत अच्छी लगीं। मुझे
आश्चर्य हुआ कि एक अनजानी-सी पत्रिका का इतना बड़ा पाठक वर्ग। मैंने
ओमप्रकाश प्रजापति संपादक ट्रू मीडिया को फोन किया कि मुझे पत्रिका देखने
को भी नहीं मिली और पाठकों के फोन आ रहे हैं। श्री ओमप्रकाश प्रजापति
संपादक ट्रू मीडिया ने अपनी यह पत्रिका मेरे घर आकर मुझे सादर भेंट की।
उनके साथ कवि विष्णु शर्मा भी थे। पत्रिका देखी। सीमित साधनों में भी अगर
सूझ और बूझ हो तो एक अच्छी पत्रिका निकाली जा सकती है इस का प्रमाण है यह
पत्रिका। मैं इसके संपादक श्री ओमप्रकाश प्रजापति की लगन और निष्ठा की
तारीफ करता हूं और कामना करता हूं कि यह पत्रिका दिन-ब-दिन और प्रखर और
मुखर होकर अपने पाठकों के पास पहुंचे।
-पंडित सुरेश नीरव
(कवि एवं पत्रकार)
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