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Tuesday, October 16, 2012

पहला दिन

 राहुल आर्यन उपाध्याय
राहुल आर्यन उपाध्याय  का जयलोकमंगल परिवार में आज पहला दिन है। उन्होंने जो पोस्ट आज लिखी है  उसका हर लफ्ज़ भावुकता की सौंधी गंध से महक रहा है। अरविंद पथिक से लेकर मेरे से हुई मुलाक़ात के बारे में उन्होंने जो शब्द-चित्र खींचे हैं वह बेमिसाल हैं। राहुल एक अच्छे कवि हैं। उन्हें मैं यह जरूर कहूंगा कि एक अच्छा कवि जीवनभर छात्र ही रहता है। सौभाग्य से वह अभी छात्र हैं।  मेरी दुआएं हैंकि वे जीवनभर छात्र ही रहें। जितना वो छात्रत्व को उपलब्ध होंगे उनकी कविता उतनी ही परिपक्व होती जाएगी। मेरे स्नेहाशीष..
-पंडित सुरेश नीरव

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