यह मंच आपका है आप ही इसकी गरिमा को बनाएंगे। किसी भी विवाद के जिम्मेदार भी आप होंगे, हम नहीं। बहरहाल विवाद की नौबत आने ही न दैं। अपने विचारों को ईमानदारी से आप अपने अपनों तक पहुंचाए और मस्त हो जाएं हमारी यही मंगल कामनाएं...
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Saturday, October 13, 2012
शब्दिका --* **************** *सास ने *बहू को बेटी *, *बहू ने सास को *माँ नहीं माना ---- *दोनों ने * *कलियुगी सत्य जाना *--- -*------------------------ **प्रकाश* प्रलय* -----------------------
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