विश्व हिन्दी सम्मेलन में भाई सुरेश नीरव जी ने अपनी काव्य प्रतिभा व हिन्दी सेवा के झंडे गाड़ दिये, यह समाचार गद्गद कर गया.
जोहांसबर्ग की धरा भी धन्य हो गयी, एक बार पुन: बधाई एवम हार्दिक अभिनन्दन !
भाई अरविंद पथिक की पुष्प-गुच्छ वाली रचना मन को छू गयी.
रचना प्रस्तुत करने पर धन्यवाद.
जोहांसबर्ग की धरा भी धन्य हो गयी, एक बार पुन: बधाई एवम हार्दिक अभिनन्दन !
भाई अरविंद पथिक की पुष्प-गुच्छ वाली रचना मन को छू गयी.
रचना प्रस्तुत करने पर धन्यवाद.
No comments:
Post a Comment