दिल -जलिकाएँ ----
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1
दुनिया वाले
कितने भले
दिल -जले --
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2
अपने ही
अपनों के
काटते गले --
दिल -जले --
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3
खाकर
पत्तल में
छेद कर चले --
दिल -जले --
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4
सम्बन्धों से
बेहतर
कचहरी -थाने भले --
दिल -जले --
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5
उसी को त्यागा
जिसकी
गोद में पले --
दिल -जले --
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6
पिता की
उँगली छोड्दी
साँझ ढले --
दिल -जले --
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7
मन -भेदों की
अनंत दूरी
अब तो टले --
दिल -जले --
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दीप पर्व की
शुभकामनाएँ ------
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प्रकाश प्रलय
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