यह मंच आपका है आप ही इसकी गरिमा को बनाएंगे। किसी भी विवाद के जिम्मेदार भी आप होंगे, हम नहीं। बहरहाल विवाद की नौबत आने ही न दैं। अपने विचारों को ईमानदारी से आप अपने अपनों तक पहुंचाए और मस्त हो जाएं हमारी यही मंगल कामनाएं...
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Sunday, November 18, 2012
मेरे प्रणाम..
अरविंद पथिक
श्री अरविंद पथिकजी,
आपने साहित्य अकादेमी में
22 नवंबर को आयोजित होने जा रहे
मेरे एकल काव्यपाठ की
जो रपट प्रसारित की है
उस के लिए मैं आपको
धन्यवाद,आभार और कृतज्ञता
तीनों एक साथ
आपको न्यौछावर करता हूं।
मेरे प्रणाम..
पंडित सुरेश नीरव
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