यह मंच आपका है आप ही इसकी गरिमा को बनाएंगे। किसी भी विवाद के जिम्मेदार भी आप होंगे, हम नहीं। बहरहाल विवाद की नौबत आने ही न दैं। अपने विचारों को ईमानदारी से आप अपने अपनों तक पहुंचाए और मस्त हो जाएं हमारी यही मंगल कामनाएं...
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Wednesday, December 12, 2012
*शब्दिका, ---------- *दर्द को, *मैंने *अपना लिया -- *तब जला, *प्यार का *एक दिया ----- -------------------- *प्रकाश प्रलय ---------------------
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