यह मंच आपका है आप ही इसकी गरिमा को बनाएंगे। किसी भी विवाद के जिम्मेदार भी आप होंगे, हम नहीं। बहरहाल विवाद की नौबत आने ही न दैं। अपने विचारों को ईमानदारी से आप अपने अपनों तक पहुंचाए और मस्त हो जाएं हमारी यही मंगल कामनाएं...
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Monday, January 14, 2013
जो लोग डरते हैं पड़े, चेहरे पे दाग से वो लोग खेलेंगे भला क्या खाक आग से घनश्याम वशिष्ठ
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