यह मंच आपका है आप ही इसकी गरिमा को बनाएंगे। किसी भी विवाद के जिम्मेदार भी आप होंगे, हम नहीं। बहरहाल विवाद की नौबत आने ही न दैं। अपने विचारों को ईमानदारी से आप अपने अपनों तक पहुंचाए और मस्त हो जाएं हमारी यही मंगल कामनाएं...
Search This Blog
Tuesday, March 12, 2013
क्या कहा उन्होंने , हमसे रूठे हैं , अरे ,वो बहुत झूठे हैं . घनश्याम वशिष्ठ
No comments:
Post a Comment