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Monday, April 1, 2013

आल्हा



आल्हा से आल्हादित एक शाम
ग़ाजियाबाद-प्रवासी संसार के तत्वावधान में कौशांबी स्थित राजपथ रेसीडेंसी में कल शाम आल्हा सम्राट पंडित गयाप्रसाद पांडे की मंडली के आल्हा गायक ओमप्रकाश पांडे और रामलखन ने अपने ओजस्वी आल्हा गायन से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। और अपने गायन में नैनागढ़ तथा हनुमान-अर्जुन संवाद सुनाकर श्रोताओं की खूब प्रशंसा बटोरी। तीन घंटे तक चली इस ऐतिहासिक आल्हा संध्या का उदघाटन करते हुए महापौर तेलूराम कांबोज ने कहा कि हमारी सभी लोक-कलाएं धीरे-धीरे समाप्त होती जा रही हैं। समाज अगर इन्हें सरंक्षण नहीं देगा तो आनेवाली पीढ़ियां इनसे अपरिचित ही रह जाएंगी। प्रवासी संसार पत्रिका ने आल्हा-गायन का आयोजन कर निश्चित ही एक सराहनीय कार्य किया है। और इसके लिए में प्रवासी संसार के संपादक राकेश पांडेय की प्रशंसा करता हूं। इस अवसर पर साहित्यिक विभूतियों में वरिष्ठ साहित्कार वीरेन्द्र वरनवाल, शब्द ऋषि अरविंद कुमार, विश्व नाथ त्रिपाठी, डॉक्टर अमर नाथ अमर, कमलेश भट्ट,पी.एन. सिंह, शिवकुमार बिलग्रामी,वीरेन्द्र गोयल,योगेश मिश्रा,रजनीकांत राजू, बी.एल.गौड़, डॉक्टर विवेक गौतम तथा प्रकाशन संस्थान के हरीश चंद्र शर्मा आदि अनेक लोगों की उपस्थिति उल्लेखनीय है। गायन संध्या का संचालन पंडित सुरेश नीरव ने किया।

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