यह मंच आपका है आप ही इसकी गरिमा को बनाएंगे। किसी भी विवाद के जिम्मेदार भी आप होंगे, हम नहीं। बहरहाल विवाद की नौबत आने ही न दैं। अपने विचारों को ईमानदारी से आप अपने अपनों तक पहुंचाए और मस्त हो जाएं हमारी यही मंगल कामनाएं...
Search This Blog
Saturday, November 16, 2013
माना उनकी फितरत में फ़रेब है , पर , विश्वास करना हमारा ऐब है . घनश्याम वशिष्ठ
No comments:
Post a Comment