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Tuesday, June 16, 2009

शेर और चूहे का दंगल
वाह वाह लोकमंगल
पंचतंत्र का जंगल।

नीरवजी २० जून की अभी से बधाइयां। मकबूलजी मे बाल स्वरूप राही को याद कराया,अच्छा लगा। हिंदीवालों को भी याद किया जाना चाहिए। और सबी भाइयों के जय लोक मंगल।
चांडाल

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