कांवरियों को लेकर जो मुद्दा पं. सुरेश नीरव ने उठाया है वह बहुत ही जायज है। आज रोजी-रोटी की मशक्कत में जूझ रहे आम आदमी के लिए इस तरह की धार्मिक नौटंकी बहुत ही हास्यास्पद है और इस पर नियंत्रण लगना ही चाहिए। इस तरह के काफिलों में वैसे भी अब भक्तगण कम अपराधी तत्न अधिक शिरकत करते हैं। और भांग,गांजा अफीम की तस्करी के ये माध्यम भी बनते हैं। हमारे तमाम साथी जो बस से आते हैं आजकल बहुत दुखी हैं। गाजियाबाद,फरीदाबाद और गुड़गांव से तो अब कई दिनों तक बसें न चलने का घोषणा प्रशासन भी कर चुका है। बंद करो ये नौटंकी मैं तो यही कहता हूं।
भगवान सिंह हंस
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