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Tuesday, January 12, 2010

बाबा श्वानदेव के योगासन



योगासन केवल आदमी की ही बपौती नहीं है। और जैसे आदमी में कुत्ते होते हैं वैसे ही कुत्तों में भी कुछ आदमी होते हैं। हमारे बाबा श्वानदेव ऐसे ही एसे ही कुत्तों में से एक हैं जो सिद्ध आत्मा हैं और सफल योगाचारी भी। हमारे बाबा श्वानदेव के योगासन बड़े-बड़े बाबाओं का लोकमंगल कर देंगे। लीजिए पेश है इनकी बानगी। कहिए साहब आया न मज़ा...
सुरेश नीरव 

3 comments:

नीरज गोस्वामी said...
This comment has been removed by the author.
नीरज गोस्वामी said...

श्वान देव के योगासन के कैम्प शीघ्र ही हर नगर गाँव कसबे में लगाये जाएँ..."आस्था" चैनल पर रोज सुबह पांच बजे योगासन का लाईव प्रसारण किया जाये...एक ही इंसान को योग करते देखते सुनते देख बोर हो गए हैं...श्वान देव का स्वागत है...इनके आसन करने से इंसान में भौंकने , काटने और दुम हिलाने की प्रवृति में बढ़ोतरी होगी..ऐसी मेरी मान्यता है...
नीरज

Udan Tashtari said...

यही देखने को बचा था बस... :)