
आपके प्रयास वंदनीय हैं। अभिनंदनीय हैं। आप भारतीय संस्कृति को जनमानस तक पहुंचाने का जो पुण्य कार्य कर रहे हैं उसका मूल्यांकन आनेवाले इतिहास मैं होगासमय बहरहाल हमारे पास आपके प्रयासों की सराहना के अलावा और क्या है. । आप को ईश्वर दीर्घायु करे। जयलोकमंगल.
डाक्टर प्रेमलता नीलम
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