श्री प्रशांत योगीजी जय लोकमंगल के नये सदस्य बने हैं। हम लोकमंगल के सभी सदस्य उनको बधाई देते हैं साथ ही उनका हार्दिक अभिनन्दन करते हैं और स्वागत करते हैं। जहाँ नीरवजी होंगे वहाँ श्रोता, वक्ता और दर्शक भी होंगे। क्योंकि नीरवजी का मंच है ,एक सद्पुरुष का मंच है। वे तो एक भीड़ को लेखकर चलते हैं। लोग उनके साथ स्वतः ही जुड़ते जाते हैं। योगीजी को पुनः बधाई। जय लोकमंगल।
योगेश विकास
No comments:
Post a Comment