... सुविख्यात हिंदी सेवी डाक्टर कर्नल विपिन चतुर्वेदी पेशे से भले ही डाक्टर हों मगर कविता-कहानियों से उनका साथ पुराना है। अपने क्षात्र जीवन में मेडिकल कालेज के श्रेष्ठ कवि रहे विपिनजी की नेक पुस्तकें उनके खाते में दर्ज हैं। अबी हाल ही में मानव अस्थियों पर उनकी महत्वपूर्ण पुस्तक उत्तरप्रदेश हिंदी संस्थान छापने जा रहा है। इसके फ्लैप पर हमारे पंडित सुरेश नीरवजी का भी वक्तव्य है. इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए जय लोकमंगल की तमाम बधाइयां.चतुर्वेदीजी को.
डाक्टर मधु चतुर्वेदी (गजरौला)
000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000
No comments:
Post a Comment