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Tuesday, October 12, 2010

हर नए का स्वागत हमारी परंपरा है

नीरवजी की टीम में सब अच्छे ही होते हैं
जयलोकमंगल में एक और बुद्धजीवी सदस्य बढ़े हैं ,यह जानकर अच्छा लगा। मैं इन्हें जानती नहीं हूं लेकिन कई दिनों से इनके बारे में ब्लाग पर पढ़ने को मिला है उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि श्रीमानजी कुछ खास ही है। बाकी जो हैं वो साथ-साथ लिखते पढ़ते रहने से समझ में आ ही जाएगा। बहरहाल नीरवजी ने जो बहुमूल्य खोज की है हमें उसके प्रति पूरा सम्मान दर्शाना चाहिए
। अभी जब दिल्ली कार्यक्रम में गई तब हंसजी से मुलाकात हुई,वज्रजी से मुलाकात हुई। सारे लोग अच्छे लगे। नीरवजी की टीम में सब अच्छे ही लोग होते हैं।
प्रशांतजी का मन से स्वागत..
-डाक्टर प्रेमलता नीलम
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