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Tuesday, October 12, 2010

नीरवजी की केप्टिनशिप


मेरी रूह में खिल रहे हैं गुलाब
हां जी हां मैंने पी है जनाब
एक मस्ती है जो सब कुछ खोकर आती है या
पिर बहुत कुछ पाकर आती है। मैं महसूस कर रही हूं कि जयलोकमंगल ने बहुत कुछ पाया है इन दिनों। एक अच्छे परिवार का गठन नीरवजी की केप्टिनशिप में हो रहा है। यह एक बढ़िया संकेत है। मैं इसके लिए सभी साथियों को मुबारकबाद देती हूं।
-डाक्टर मधु चतुर्वेदी
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