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Monday, November 15, 2010

आप महान हैं॥व्यंग्य का जहान हैं...


नीरवजी काल के गाल में अकाल व्यंग्य बड़ा धांसू है,खासकर ये पंक्तियां-
मैंने
कहा- ज्ञानीजी आपके ज्ञान की फाउंडेशन तो बड़ी मजबूत है। बोले- मजबूत न हल्की। सरदार कोई फांउडेशन नहीं लगाते। हां,मेरी बीवी के मेकअप की फाउंडेशन बहुत मजबूत होती है। हमेशा इंपोर्टेड फाउंडेशन ही यूज करती है। उसीके फाउंडेशन का कमाल है कि दीवारें भले ही हिल गई हों मगर दरवाजे आजतक झकाझक हैं.। मैंने कहा- अरे मैं बात काल पर कर रहा हूं और आप अपनी पत्नी की चर्चा ले आए। बोले-
मैं कालहसबैंड और वो कालवाइफ। मैंने कहा कि ये काल हसबैंड क्या होता है। तो वो बोले कि- जब पत्नी काल करे, और हसबैंड हाजिर हो जाए, उसीको कहते हैं- काल हसहैंड।हमने कहा- कि और ये ये कालवाइफ। बोले- कि इत्ती-सी भी बात नहीं जानते हो। अरे मेरी बीवी है तो काल वाइफ ही कहलाएगी ना। शादी से पहले यही कालगर्ल होगी। अब तो काल वाइफ ही हुई ना। मैं सरदारजी के रूप में जिंदगी के गुप्तज्ञान का सजिल्द जघन्य संस्करण देखकर रोमांचित हो रहा था। क्योंकि काल की इतनी तत्काल व्याख्या सरदारजी ही दे सकते थे।
आप महान हैं॥व्यंग्य का जहान हैं...
अलीहसन मकरेंडिया

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