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Thursday, November 4, 2010

बृहद भरत चरित्र महाकाव्य


भगवान सिंह हंस द्वारा रचित बृहद भरत चरित्र महाकाव्य इस कलिकाल की अमूल्य निधि है। यह एक दर्शन है। इसका पठन-पाठन ही मनुष्यता का प्रतीक है। देश की सब विश्वविद्यालयों और दिल्ली एन सी आर के तमाम महाविद्यालयों में यह कृति दिग्दर्शन कर रही है। भगवान सिंह हंस को इस युगीन धरोहर के लिए साधुवाद ।
अमित


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