
क्या बात् है कि आज दो दो राजा देश पर काले बादलों कि तरह छाए हैं और् माध्यम पर सूर्य के समान चमक रहे हैं.
सच बात है कि राजा जब चोरी करते हैं तब राजा के स्तर की चोरी करते हैं,
और जब झूठ बोलते हैं तब राजा की तरह रोब के साथ।।
इनके विरोध में सच बोलने के लिये हिम्मत चाहिये ।
सुरेश जी को उनकी हिम्मत के लिये बधाई।
जब शासन और चोर राजी तब क्या करेगा काजी!!
क्या जनता अब जाग नहीं रही है !
जब जाग गई तब तेरा क्या होगा राजा!!
जाग्रत प्रजातंत्र में राजा का क्या काम?
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