शब्द पंडित पंडित सुरेश नीरव जी धर्मशाला में पहुँच चुके हैं। उनके साथ डा० मधु चतुर्वेदीजी भी हैं। वे वहाँ श्री प्रशांत योगीजी के साथ धर्मशाला में यथार्थ काव्यांजलि वहाँ की दिव्यता, अलौकिकता एवं अनुपम लावण्यता को अथार्थ में अर्पित करेंगे। उनकी सुखद एवं मंगलमयी यात्रा की कामना करता हूँ।
भगवान सिंह हंस
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