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Sunday, January 9, 2011



बहुत पते की बात कही है :

शब्द माध्यम हें ,गंतव्य नहीं ! ............................................प्रशांत योगी
यदि हम यह याद रखें तबा गंतव्य पहुंचना अधिक संभव हो सकेगा,
साथ ही इसीलिए यह और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है क़ि माध्यम 'सही हो', स्पष्ट हो॥

धन्यवाद

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