श्री भगवन सिंह हंसजी आप पर पीएच दी हो रही हैं यह जानकर बहुत ख़ुशी हो रही हैं आपको बधाई. हंस तो स्वयं आत्मा हैं जिसमे सारा अस्तित्व समाहित होता हैं और फिर आप तो खुद ही भगवान हैं आपकी लीलाएं महान हैं पञ्च तत्वों का नियंत्रक भगवान. मेरी शुभ कामनाएँ
जगदीश परमार
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