आज ब्लॉग पर जनाब रिंद सागरी को अमीर खुसरो अवार्ड मिलने का समाचार पढ़ा मन प्रसन्न हो गया। मैं उनकी रचनाओं को पढ़ता रहा हूं। और उनका मुरीद हूं। वे मेरे हमउम्र हैं। और अच्छी बात यह है कि मेरी तरह वो भी इस उम्र में चुस्त-दुरुस्त हैं। वे खूब लिखते रहें और अदब की मेहफिल में चमकते रहे मेरी यही ईश्वर से कामना है।
रिंद साहब को दिली मुबारकबादजगदीश परमार,ग्वालियर
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