साहित्य परिक्रमा हमारी अखिल भारतीय साहित्य परिषद् की पत्रिका है जो त्रेमासिक है| उसमें सीमित पृष्ठ होने के कारण सभी लेखकों और साहित्यकारों कवियों गीतकारों समालोचकों समीक्षकों की रचनाओं और पत्रों सुझावों और साहित्यिक समाचारों को स्थान नहीं दे पाते थे |
इस को आप मंच ,पत्रिका भी मान सकते है | आप जो भी लिखेंगे वो पत्रिका के लिये भी चयनित हो सकता है और हमारे टी.वी. कार्यक्रम सतमोला कवियों की चौपाल के लिये भी चयनित हो सकता है जो की साधना टी.वी. पर प्रसारित होता है|इस समूह का संचालन मैं अखिल भारतीय साहित्य परिषद् के निर्देशन में और संस्था के संगठन मंत्री श्रीधर पराडकर जी की आज्ञा से गठन कर रहा हूँ | इसमें मेरे वरिष्ठ सहयोगी रहेंगे श्री अनिल कुमार मित्तल (एम.डी.,सतमोला)और श्री राकेश गुप्ता (एम.डी. साधना टी.वी.) और संपादन की दृष्टि से परम पूजनीया दीदी साध्वी चिदर्पिता रहेंगी|अत: यह समूह मात्र नहीं है बल्कि साहित्यिक मंच है यहाँ पर वही खड़ा होगा जो की इस पात्रता को पूर्ण करता हो :-
१)भारतीयता को समर्पित
२)केवल भारतीय भाषाओं से प्रेम करता हों
३)विदेशी भाषा का प्रयोग केवल विषम परिस्थितियों में ही करता हो
४) जिसमें भारतीय संस्कृति रची बसी हो
५)और शालीन व्यक्तित्व का स्वामी हो
६)अश्लीलता ,अभद्रता सर्वथा वर्जित है
७) इस समूह में विज्ञापन भी वजित है
वही साहित्यकार अथवा साहित्य प्रेमी इस मंच का सदस्य हो सकता है|
प्रवीण आर्य
०९९७१३८६९३०
इस को आप मंच ,पत्रिका भी मान सकते है | आप जो भी लिखेंगे वो पत्रिका के लिये भी चयनित हो सकता है और हमारे टी.वी. कार्यक्रम सतमोला कवियों की चौपाल के लिये भी चयनित हो सकता है जो की साधना टी.वी. पर प्रसारित होता है|इस समूह का संचालन मैं अखिल भारतीय साहित्य परिषद् के निर्देशन में और संस्था के संगठन मंत्री श्रीधर पराडकर जी की आज्ञा से गठन कर रहा हूँ | इसमें मेरे वरिष्ठ सहयोगी रहेंगे श्री अनिल कुमार मित्तल (एम.डी.,सतमोला)और श्री राकेश गुप्ता (एम.डी. साधना टी.वी.) और संपादन की दृष्टि से परम पूजनीया दीदी साध्वी चिदर्पिता रहेंगी|अत: यह समूह मात्र नहीं है बल्कि साहित्यिक मंच है यहाँ पर वही खड़ा होगा जो की इस पात्रता को पूर्ण करता हो :-
१)भारतीयता को समर्पित
२)केवल भारतीय भाषाओं से प्रेम करता हों
३)विदेशी भाषा का प्रयोग केवल विषम परिस्थितियों में ही करता हो
४) जिसमें भारतीय संस्कृति रची बसी हो
५)और शालीन व्यक्तित्व का स्वामी हो
६)अश्लीलता ,अभद्रता सर्वथा वर्जित है
७) इस समूह में विज्ञापन भी वजित है
वही साहित्यकार अथवा साहित्य प्रेमी इस मंच का सदस्य हो सकता है|
प्रवीण आर्य
०९९७१३८६९३०
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