आदरणीय पंडित सुरेश नीरवजी,
आजकल जयलोकमंगल पर बहुत नए-नए चेहरे देखने-पढ़ने को मिल रहे हैं। आपका परिवार खूब बढ़ गया है। यह देखकर बहुत प्रसन्नता होती है। फेसबुक पर ब्लॉग को लाकर आपने इसका दायरा और बढ़ा दिया है। अब सचमुच में जयलोकमंगल देश के चुनिंदा साहित्यिक मंचों में एक हो गया है। मेरी बधाई स्वीकारें..
डॉक्टर प्रेमलता नीलम
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