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Thursday, April 7, 2011

अद्भुत पंक्तियाँ

आदरणीय डा० मधु चतुर्वेदीजी, मेरे चरणवन्दना आपको, अब आपका स्वास्थ्य कैसा है, ठीक है न . काफी अन्तराल के बाद आपकी अद्भुत पंक्तियाँ पढ़ी.अति सुन्दर.मुझे बहुत अच्छा लगता है  जबआप सभी को मैं देखता हूँ और सभी से बात करता हूँ. श्री नीरवजी से आपके बारे मेंबात करता रहता हूँ. पुनः मेरे प्रणाम. जय लोकमंगल.
भगवान सिंह हंस 
9013456949 

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