आदरनीय नीरवजी मैं आपका बहुत आभार व्यक्त करता हूँ, पालागन.
म्रणाल के अनुवाद को लेकर बहुत ही सार्थक प्रतिक्रिया. इससे अनुवादकों को सबक लेना चाहिए. इस सजगता के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद. चरणवंदना.
श्री पथिकजी की टिपण्णी अनुवाद के लिए जो म्रनलजी ने नागरजी के अनुवाद करने के बाद की है, की एक अच्छी भर्त्सना की हेतु बहुत-बहुत बधाई.
सुजाता मिश्राजी आपको बधाई एक बेहतरीन गजल कहने लिए. मेरा आग्रह है कि आप आगे भी ऐसे गजल कहती रहेंगी.
अनुवाद की मराठी भाषा को लेकर श्री मुकेश परमारजी आपने एक अच्छी प्रतिक्रिया की है. बहुत-बहुत बधाई.
९०१३४५६९४९
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