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Sunday, May 29, 2011

म्रत्यु क्या है?

आदरणीय पंडितजी पालागन, भिंड के राष्ट्रीय कवि सम्मलेन में आपके अद्भुत संचालन के लिए आपको बहुत-बहुत बधाई. मेरे लिए जो आपने प्रतिक्रिया की उसके लिए आपको शुक्रिया ही नहीं बल्कि बार-बार आपके चरणों में नमन करता हूँ. अन्य पाठकों का भी शुक्रिया अदा करता हूँ क्योंकि वे इस भरत चरित्र के आनंदसागर में इतनी गहरी डुबकी लगा देते हैं कि उनके मन से ध्यान-चिंतन के सिवाह सब कुछ विसर जाता है. उनके ध्यानारत मौन आशीर्वचन को भी अंगीकार करता हूँ कि उन्होंने मुझे मौन प्रतिक्रिया दी.बहुत-बहुत बधाई.

आदरणीय पंडितजी से तीसरा प्रश्न--

३-म्रत्यु क्या है? यह  भौतिक है या अभौतिक? अभिन्न प्रेमी भी शव को उठाने की जल्दी करता है फिर स्नेह किससे और क्यों?

प्रश्नकर्ता-

भगवान सिंह हंस

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