सावधान
जिसकी नैतिकता का रास्ता
उसके पेट से होकर गुजरता है
ऐसा आदमी बात-बात पर
अपनी बात से मुकरता है
इसकी जुबान कभी
रसीली नहीं होती है
कितनी भी कोशिश करें
कुत्ते की पूँछ
कभी सीधी नहीं होती है
ऐसे लोगों के लिए
मेरा यही सन्देश है श्रीमान
जिसकी नैतिकता का रास्ता
उसके पेट से होकर गुजरता है
ऐसा आदमी बात-बात पर
अपनी बात से मुकरता है
इसकी जुबान कभी
रसीली नहीं होती है
कितनी भी कोशिश करें
कुत्ते की पूँछ
कभी सीधी नहीं होती है
ऐसे लोगों के लिए
मेरा यही सन्देश है श्रीमान
कुत्तों से सावधान.
-भगवान सिंह हंस
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