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Saturday, September 17, 2011

।अविश्वसनीय परंतु सुखद है।


मित्रों मुझे भाऊराव देवरस न्यास द्वारा सममानित किए जाने को लेकर आप सबने जो सदाशयता दिखाई है।उसके लिए आभारी हूं।जबकि जुगाड और सिफारिश का दौर चल रहा है,चापलूसी के नये- नये फार्मूले ईज़ाद हो रहे हैं ,ऐसे मे इस पुरस्कार का मिलना और उसके लिए इतने खुले मन से आप द्वारा सराहना ।अविश्वसनीय परंतु सुखद है।
मैं भाई नागेश पांडे का तो विशेष रूप से आभारी हूं जिन्होने बिस्मिल चरित को भाऊराव देवरस न्यास के संचालकों तक पहुंचाने में विशेष भूमिका निभाई।वरना मेरे जैसा व्यक्ति जोकि पर्स और पेन तक रखकर भूल जाता है वह इस कृति को न्यास तक पहुंचा पाता संभव ना था।
मकबूल जी ,प्रलय दा और विशेष रूप से नीरव जी का आभार व्यक्त करता हूं।
arvind pathik
9910416496

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