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Monday, September 12, 2011

टीवी चैनल कैसे कवरेज देते..?

Dhiraj Bhardwaj ने डॉ. कविता वाचक्नवी की स्थिति पर भी टिप्पणी की.
Dhiraj ने लिखा: "सीधे मीडिया को दोष दे देना बहुत उचित नहीं होगा मित्रों.. यह मैच चीन के एक सुदूर प्रांत में हो रहा था जहां से किसी भी भारतीय टीवी चैनल के लिए प्रसारण की फीड उपलब्ध नहीं थी। क्योंकि निजी चैनल समाज-सेवा के लिए तो चलते नहीं हैं, इसलिए स्पॉन्सरशिप के बगैर कौन खर्च करता.. भारत से चीन के सरकारी विभागों के कमजोर संपर्कों का ही असर रहा कि दूरदर्शन को भी इसमें कामयाबी नहीं मिली.. और फपिर जब फूटेज ही नहीं थे तो टीवी चैनल कैसे कवरेज देते..? जब लोग खुद ही हॉकी देखने को आतुर नहीं रहते तो मीडिया कितना थोपे? वैसे facebook और twitter पर लोग खूब संदेशों के जरिए अपडेट लेते देते रहे..

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