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Sunday, October 23, 2011

एक दीप जले न्यारा



भारत में माओवाद
0 सन 2009 में माओवादियों ने हर आठ घंटे में आठ लोगों की जान ली।
0 2010 से 2011 के बीच अप्रैल में- 76 जवानों को कांकेर में मौत के घाट उतारा।
0 मई में- दंतेवाड़ा में बम विस्फोट में 30 लोगों की हत्या की
0 जून में ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस पर हमला कर 100 लोगों को मारा
0 1700 स्कूलों को ध्वस्त किया। 
0 भारत के कुल600 जिलों में से 220 जिलों में नक्सलवादी-माओवादी शत्रु यानी सरकार से युद्ध छेड़े हुए हैं। फिर भी अधिकांश भारतवासी इन्हें आतंकवादी नहीं मानते। और सरकार को इनसे से वार्ता करने के लिए जोर देते हैं। हेलीकॉप्टर कार्वाई को ये तबका अमानवीय मानता है। ममता बनर्जी का भी भ्रम अब टूट चुका है। मगर कुछ बुद्धिजीवी अभी भी इनकी वकालत करते हैं। 
यह है चीनी ड्रेगौन का कमाल।
दीपावली की सभी साथियों को हार्दिक शुभकामनाएं
अप्प दीपोभव

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