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Friday, December 30, 2011

सन2012 में हम-सबकी पौं बारह हो।

सन2012 में हम-सबकी पौं बारह हो।
0 जयलोकमंगल में आज श्री ए.वी.हंस का बहुत ही विचारपरक वक्तव्य पढ़ा। कई मुद्दे और सुलगते सवाल उन्होंने उठाए हैं। जिन पर गंभीर चिंतन की जरूरत है। एक बेबाक विमर्ष के लिए बधाई..
0 श्री अरविंद पथिक की रचना बहुत अच्छी लगी। जाते साल का  बड़े ढंग से मुंह काला किया है।
0 श्री रजनीकांत राजू ने पल का महत्व बताते हुए कविता के जरिए पंचभूत के तत्वों का संगीत सुनाया है।
                                           सभी रचनाकारों को नए साल की हार्दिक बधाइयां

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