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Friday, December 30, 2011

अरविंद पथिक: प्रीति का गीत प्रिय यह नवल वर्ष हो

अरविंद पथिक: प्रीति का गीत प्रिय यह नवल वर्ष हो: ज़िदगी में सदा हर्ष ही हर्ष हो प्रेम करूणा दया का ही उत्कर्ष हो संभावनायें खुलें भावनायें खिलें - प्रीति का गीत प्रिय यह नवल वर्ष हो ...

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