श्रीयुत प्रशांत योगीजी,
आपने जिस अहोभाव से कृतज्ञता ज्ञापन किया है उसके लिए मैं आपका हृदय से आभारी हूं। आप जैसे विद्वान-पुरुषों के आयोजन में सम्मिलित होने से आयोजन की गरिमा बढ़ती है। आपका उत्सुकतापूर्वक इंतजार रहेगा।
मेरे प्रणाम स्वीकारे।
पंडित सुरेश नीरव
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