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Monday, December 10, 2012

सतीश आनंद की ग़ज़ल


विगत बारह वर्षों से नियमित लेखन। देश की विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में नियमित प्रकाशन। आकाशवाणी जबलपुर से अनेक बार कविताएं प्रसारित। अखिल भारतीय मंचों से समय-समय पर कविता पाठ।साप्ताहिक कटनी-कल्याण का दस वर्षों तक संपादन एवं प्रकाशन। इसके अलावा अनेक स्थानीय पत्रिकाओं का संपादन। तथा सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय सहयोग। सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति के सदस्य बनने पर सतीश आनंदजी का हार्दिक स्वागत।
संपर्कः आनंद केमिस्ट, कटनी-483501(मध्य प्रदेश)
मोबाइलः09827522607,09074359159
ग़ज़ल-
रूदाद है आनंद की उन्वान है ग़ज़ल
धड़कन है मेरे दिल की मेरी जान है ग़ज़ल
आशिक है ज़माना ग़ज़ल के हुस्न का मगर
गंगो-जमन तहज़ीब पे कुर्बान है ग़ज़ल
मोहन के मन को मोह लिया जिसने दोस्तो
राधा की वही मोहिनी मुस्कान है ग़ज़ल
जिसके सुरों की बंदिशों में वक़्त बँध गया
आनंद  उसी बांसुरी की तान है ग़ज़ल
-सतीश आनंद
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