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Wednesday, March 6, 2013

फुर्सत नहीं है तुम्हें याद करने की



कृणवंतो विश्वम आर्यम
आज ही यानी 7 अप्रैल,सन1875 को महर्षि दयानंद सरस्वती ने बंबई में आर्य समाज की स्थापना की थी। पंडित श्यामजी कृष्ण वर्मा, सरदार अजीत सिंह,स्वामी श्रद्धानंद,भाई परमानंद, लाला हरदयाल,पंडित रामप्रसाद बिस्मिल, सरदार भगत सिंह-जैसे क्रांतिकारी  देश को इसी संस्था ने देश को दिये थे। महर्षि की क्रांतिकारी चेतना के कोटिशः प्रणाम..

1 comment:

Kavita Vachaknavee said...

नीरव जी, आज आर्यसमाज का स्थापना दिवस नहीं है। आर्यसमाज की स्थापना युगादि (नव संवत्सर ) भारतीय नववर्ष वाले दिन हुई थी और अंग्रेजी कैलेंडर से उस दिन वह तिथि 7 अप्रैल 1875 होती है, 7 मार्च नहीं।

आज तो आर्यसमाज के संस्थापक महर्षि दयानन्द सरस्वती का जन्म दिवस है।

दिल्ली व उत्तर भारत के समाचार पत्रों व टीवी चैनल्ज़ पर तो आज पूरे पूरे पन्ने के विज्ञापन भी इस संदर्भ में छपे हैं। दोपहर तीन बजे से आयोजित कार्यक्रम को ऑनलाईन भी विश्वभर में लाईव दिखाया जाएगा। आर्य प्रतिनिधि सभा की वेबसाईट व फेसबुक पन्ने पर।

लगता है आपसे स्मरण में कुछ भूल हो गई।
महर्षि के जन्मदिवस की शुभकामनाएँ