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Thursday, August 15, 2013

स्वतंत्रता दिवस मुबारक

ये आजादी हमें भीख में नहीं मिली है।शहीदों ने अपने ही खून में अपनी ज़िंदगी की तूलिका को डुबोकर देश के कैनवस पर आज़ादी की तस्वीर बनाई है। हम कसम खाते हैं कि जो इस तस्वीर को बदरंग करने की कोशिश करेगा हम उसे नेस्तानाबूत कर देंगे। हम सब एक हैं। जयहिंद-जय भारत
-पंडित सुरेश नीरव

1 comment:

Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकार said...



♥ वंदे मातरम् ! ♥
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ये आजादी हमें भीख में नहीं मिली है।
शहीदों ने अपने ही खून में अपनी ज़िंदगी की तूलिका को डुबोकर देश के कैनवस पर आज़ादी की तस्वीर बनाई है।
हम कसम खाते हैं कि जो इस तस्वीर को बदरंग करने की कोशिश करेगा हम उसे नेस्तानाबूत कर देंगे।


वह वक़्त अभी ही है
आदरणीय पंडित सुरेश नीरव जी !
:)


...शुभकामनाओं सहित
-राजेन्द्र स्वर्णकार