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Friday, December 31, 2010

नववर्ष शुभ हो


जयलोकमंगल के सभी साथियों को नववर्ष की शुभकामनाएं।
0 श्री प्रशांत योगीजी ने बहुत अच्छी तस्वीर भेजी है। और उसमें नीरवजी की पंक्तिया जोड़कर उसमें सोने पे सोहागा कर दिया।
0 श्री विश्मोहन तिवारीजी कालेख पढ़कर बहुत जानकारी मिल रही है। यह जयलोकमंगल के लिए एक विशेष तोहफा है। उनके विचार में विश्लेषण और दर्शन की छटा देखने को मिलती है।
0श्रीहंसजी का भरत चरित ज्ञानवर्धक है।
जयलोक मंगल..
मुकेश परमार

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