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Thursday, December 16, 2010

आरक्षण की सार्थकता



प्रतिक्रिया-
आरक्षण पर प्रशांत योगीजी ने अच्छी बहस शुरू की है। मैं उनके इस कथन से पूरा इत्तफाक रखता हूं कि-
सुविधाएं सार्थक हें ,अगर गरीबों को मिलें ,विकलांगों को मिलें ,विधवाओं को मिलें, बुजुर्गों को मिलें! आरक्षण फलदायी है अगर आर्थिक आधार पर है ! आरक्षण फलीभूत होगा ,अगर पिछड़ी जातियों को न मिलकर पिछड़े लोगों को मिलेगा ! कम-स-कम जातियों के बीच वैमनस्य की भावना तो नहीं उपजेगी !
मुकेश परमार

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